
गुड़ी पाड़वा चैत्र मास के शुरुआत में मनाया जाता है क्योंकि सनातन धर्म के अनुसार चैत्र मास से नए साल की शुरुआत होती है। इसीलिए गुड़ी पाड़वा साल के शुरुआत में मनाया जाता है।
गुड़ी पाड़वा चैत्र माह में मनाया जाने वाला त्योहारों में से एक है, ये खासकर महाराष्ट्र और गोआ में बड़े धूम -धाम से मनाया जाता है। लोग सुबह जल्दी उठकर अपने घर के दरवाजे पर रंगोली बनाते हैं| गुड़ी पाड़वा के दिन सुबह उठाकर स्वच्छ होकर, नए वस्त्र पहनते हैं। और विधि विधान से भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी की पूजा करते हैं।अपने घर की खिड़कियों अथवा बालकनियों में साड़ी से ध्वज बनाकर सजाते हैं। ताकि सालभर घर में सुख और शांति बनी रहे | सुप्रिया रंजन
गुड़ी पाड़वा के दिन क्या करें, जिससे घर में सुख- शांति बनी रहे?